व्यापार का आधार मात्र पूंजी और योजना नहीं है : Yogesh Mishra

उद्यम असफल होने के कई कारण हैं, किंतु इसमें सबसे पहला कारण यह है कि उद्यमी को यह पता ही नहीं होता है कि उसके उद्यम की दिशा सही है या गलत है ?

अर्थात दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि उद्यम की शुरुआत करने वाले व्यक्ति को अनुभव की कमी यह नहीं पता होता कि जिस कार्य को वह शुरू करने जा रहा है, उस कार्य को किस दिशा में ले जाना चाहिये !

जिस दिशा में वह अपने कार्य को ले जाना चाहता है क्या समाज में लोग उस दिशा में उस के कार्य को ले जाना पसंद करेंगे !

क्योंकि किसी भी उद्यम का अंतिम उपभोक्ता समाज ही है और यदि समाज किसी भी उद्यम के उत्पादन या सेवा को स्वीकार करने को तैयार नहीं है, तो उस स्थिति में उस उद्यम का असफल होना सुनिश्चित है !

इसी को दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है की व्यापार या व्यवसाय पैसा, योजना, विज्ञापन, आदि से नहीं चलता बल्कि समाज के मांग से चलता है !

और समाज की मांग तकनीक और जीवन शैली के परिवर्तन के साथ निरंतर बदलती रहती है, इसलिए उद्यमी को सदैव इस बात की जानकारी रखनी चाहिए कि अब आगे समाज की मांग क्या है ?

जो उद्यमी समाज के भविष्य के मांग को समझने की समझ नहीं रखते हैं, वह असफल हो जाते हैं !

इसलिए किसी भी व्यापार-व्यवसाय में पैसा लगाने के पहले उद्यमी को अपने व्यवसाय के मांग की विवेचना की दृष्टि से समाज में परीक्षण हेतु आवश्यक और पर्याप्त समय अवश्य लगाना चाहिए ! यहीं पर प्राय: उद्यमी का निर्णय गलत हो जाता है
क्योंकि हमें यह समझाया गया है कि यदि आपके पास पैसा और प्लानिंग है तो आप किसी भी उद्यम को समाज में स्थापित कर सकते हैं !

लेकिन ऐसा नहीं है समाज का एक अपना मस्तिष्क को होता है ! जिससे मनुष्य का समूह चलाता है और सामाजिक मस्तिष्क में यदि किसी वस्तु या सेवा की मांग नहीं उपज रही है, तो उस स्थिति में उद्यमी कितना भी प्रयास कर ले वह सफल नहीं हो सकता है !

इसी मांग को पैदा करने के लिए हजारों तरह के विज्ञापन टी.वी. मोबाइल, इंटरनेट पर रोज देखने को मिलते हैं ! लेकिन यह सभी मांग कृतिम है ! विज्ञापन के प्रभाव से जो मांग आज पैदा की गई है, वह कल भी बनी रहेगी इसकी कोई गारंटी नहीं है !

लेकिन समाज की यदि स्वाभाविक मांग है तो विज्ञापन हो या न हो मांग निरंतर बनी रहेगी !

इसलिए किसी भी व्यापार व्यवसाय को शुरू करने में पैसे लगाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए ! अपने व्यापार व्यवसाय के अनुरूप व्यक्ति को यह प्रयास करना चाहिए कि वह समाज में अपने व्यापार के मांग का गहराई से अवलोकन करें ! तभी उस व्यापार में पैसा लगाएं अन्यथा व्यापार के असफल होने की संभावना अधिक बनी रहती है !!

अपने बारे में कुण्डली परामर्श हेतु संपर्क करें !

योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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