जल्द ही अब मस्तिष्क कम्पूटर का युग आयेगा ! : Yogesh Mishra

आप कल्पना कीजिये कि आपके मस्तिष्क में एक ऐसी सुपर नैनो चिप लगा दिया जाये और वह इंटरनेट के माध्यम से किसी ऐसे सुपर कंप्यूटर से जुड़ा हो कि आप यहां पर बैठकर बिना कुछ बोले या बिना टाइप किये, जो भी डिक्टेशन, इमैजिनेशन, लेक्चर आदि देना चाहते हैं ! वह ऑटोमेटिक उस सुपर कंप्यूटर में डिजिटल फॉर्म में कन्वर्ट होकर सेव हो जाये ! तो यह मनुष्य और आधुनिक तकनीक का बेजोड़ मेल होगा !

अभी तो सुनने में यह बड़ा आश्चर्यजनक लग रहा है लेकिन विश्व सत्ता के नुमाइंदे इस दिशा में बहुत तेजी से कार्य कर रहे हैं ! इस तकनीक को कहा जाता है “ब्रेन कम्प्यूटर इंटरफेस तकनीकि” ! इस पर सबसे अधिक काम चीन में हो रहा है क्योंकि भविष्य में चीन ही विश्व सत्ता पर कब्जा करने के लिये सबसे अधिक प्रयासरत है !

कुछ अन्य सूचनाओं की माने तो वैज्ञानिक इस विषय में भी कार्य कर रहे हैं कि जो चीजें ध्वनि, चित्र, संगीत आदि के माध्यम से दुनिया में बिखरा पड़ा है ! अब उसको कंप्यूटर में डालकर उसे “ह्यूमन मेंटल डाटा” में कन्वर्ट करके क्या किसी सुपर नैनो चिप के द्वारा मनुष्य के मस्तिष्क में भी डाला जा सकता है !

यदि वैज्ञानिकों को इस कार्य में सफलता प्राप्त हो गई तो अनादि काल से संग्रहित पांडुलिपि, धर्म ग्रंथ, ज्योतिष, अध्यात्म, विज्ञान, मनोविज्ञान, चिकित्सा, तकनीक आदि के लाखों लाख प्रोग्राम बनाकर भविष्य में मानव मस्तिष्क में इंस्टॉल किये जाने के लिये ठीक उसी तरह बाजार में बिकेंगे जैसे आज कंप्यूटर में इंस्टॉल करने के लिये सॉफ्टवेयर बिकते हैं !

यह सब कोई असंभव या आश्चर्यजनक कार्य नहीं है ! पूर्व में भी सनातन धर्म शास्त्रों में इस तरह के प्रोग्रामों को बनाने और इंस्टॉल करने के सैकड़ों उदाहरण मिलते हैं ! जिनको धर्म ग्रंथों में “शक्तिपात” के नाम से जाना जाता है ! इस पर सबसे अधिक काम कुंभकर्ण ने किये था !

आपने क्या कभी यह जानने की कोशिश की की महर्षि लोग किस गुरुकुल या विद्यालय में पढ़ा करते थे ! वास्तव में यह लोग अपने को साधना द्वारा इतना परिपक्व कर लेते थे कि प्रकृति में मौजूद समस्त ज्ञान इनके मस्तिष्क में ठीक उसी तरह इंस्टॉल हो जाते थे जैसे आज कंप्यूटर में आप सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर देते हैं !

इस तकनीक के द्वारा वेद, वेदांत, दर्शन, उपनिषद आदि का ज्ञान यह लोग तब प्राकृतिक रूप से शक्तिपात के माध्यम से कर लेते थे ! जिसे अब आने वाले युग में कम्पूटर द्वारा किया जायेगा !

बहरहाल अब इस आधुनिक भौतिक युग में यह सब “ब्रेन कम्प्यूटर इंटरफेस तकनीक” के द्वारा संभव होने जा रहा है ! जिसके पीछे एकमात्र उद्देश्य यह है कि विश्व सत्ता के अधीन रहने वाले विश्व के सभी नागरिक वही सोचे समझे और करें ! जो विश्व सत्ता के संचालक चाहते हैं ! जिससे भविष्य में कभी कोई विरोध जन आंदोलन विद्रोह आदि के होने की संभावना न रहे !!

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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