शक्तिपात की तैयारी : Yogesh Mishra

प्राय: हर आध्यात्मिक व्यक्ति यह चाहता है कि उसे एक योग्य गुरु मिले और वह गुरु उस व्यक्ति के अंदर शक्तिपात द्वारा अपनी ऐसी आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवेश कर दे, जो उस गुरु ने बहुत लंबे समय के तपस्या के…
प्राय: हर आध्यात्मिक व्यक्ति यह चाहता है कि उसे एक योग्य गुरु मिले और वह गुरु उस व्यक्ति के अंदर शक्तिपात द्वारा अपनी ऐसी आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवेश कर दे, जो उस गुरु ने बहुत लंबे समय के तपस्या के…
ऐसा नहीं है कि इस पृथ्वी पर पहले कभी महामारी नहीं आयी या भविष्य में अब कभी नहीं आयेगी ! यह महामारी का क्रम मनुष्य की उत्पत्ति के साथ सदैव से चला आ रहा है और जब तक मनुष्य है…
तप का तात्पर्य जीवन के शाश्वत मूल्यों की प्राप्ति के लिये किसी गुरु से सानिध्य में प्रशिक्षण लेना ! जिसे श्रीमद् भगवद्गीता में इस प्रकार बतलाया गया है कि तप के शरीरिक, वाचिक और मानसिक पक्ष हैं ! शारीरिक तप…
करो ना की दूसरी लहर से व्यथित जब पूरा भारत त्राहि-त्राहि कर रहा था ! तब एक दिन राहुल द्विवेदी का बनारस से मेरे पास फोन आया और कहा गुरुजी मैं तो अघोर शमशान साधना करता हूं ! शमशान पर…
किसी भी चीज को प्राप्त करने के लिये हमको उसका सही तरीका अपनाना होगा, अन्यथा वह काम ठीक से सम्पन्न नहीं होगा ! अगर हम बेवकूफीपूर्ण नैतिकता, सिद्धांत और मूल्यों की दुहाई देते रहेंगे तो इनसे कुछ भी कार्य बनने…
मनुष्य के साथ सबसे बड़ी समस्या ही यह है की वह ऊर्जा के नियमो से अवगत नहीं है ! अध्यात्मिक शक्ति अर्थात ऊर्जा का, मंत्र इत्यादि क्रियाओं से आहवाहन तो हो सकता है किन्तु दिव्य ऊर्जा को संचित कर उसका…
अभी मैंने अघोर साधना पर कुछ दिन पहले एक लेख लिखा था ! कि “अघोर साधना से आत्म दर्शन कैसे करें !” उस लेख को पढ़कर मेरे वरिष्ठ मित्र का मुझे फोन आया और उन्होंने कहा कि मैं अघोर साधना…
समर्पण दो शब्दों से मिल कर बना है ! ‘सम’ और ‘अर्पण’ अर्थात ‘अपने मन का सम्पूर्ण अर्पण’ ! मन का मतलब चाहतें, आकांक्षायें, इच्छायें आदि ! समर्पण स्वयं में एक संपूर्ण शब्द है ! कुछ लोग अध्यात्म में इसे…
इस दुनियां में बहुत से रहस्य हैं ! बहुत सी तांत्रिक साधनायें हैं ! जिनके बारे में हमें पता नहीं होता है और जो सामान्य व्यक्तियों की निगाहों से दूर ही रहती हैं ! ऐसी ही एक रहस्यमयी तिब्बती साधना…
आज भौतिकता के दौर में हम पूरी तरह भ्रमित हो चुके हैं ! हमें खुद ही पता नहीं कि हमारे अंदर कितनी विलक्षण शक्तियां मौजूद हैं ! जरा सोचिये जब विज्ञान की कोई शाखा मौजूद नहीं थी तो लोग अपना…