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जानिए । रत्नो के धारण करने के पीछे का पूर्ण वैज्ञानिक कार्यप्रणाली Yogesh Mishra

रत्नों की वैज्ञानिक कार्यप्रणाली आइए अब इस कुंडली की वैज्ञानिक आधार पर व्याख्या करते हैं। कुंडली में दिखाए जाने वाले बारह भाव वास्तव में कुंडली धारक के शरीर में विद्यमान बारह उर्जा केंद्र होते हैं जो भिन्न-भिन्न ग्रहों की उर्जा…

जानिए । भारतीय वास्तु शास्त्र के अनुसार घर मे पौधे लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए । Yogesh Mishra

घर में पौधे लगाते समय इन बातों का ध्यान अवश्य रखें- भवन की सीमा में आने वाली प्रत्येक वस्तु घर के वास्तु को प्रभावित करती है। इसके कई नकारात्मक व सकारात्मक प्रभाव भी होते हैं। घर की खूबसूरती बढ़ाने के…

जानिए । राशियोँ के गुणधर्म क्या होते है ? राशियाँ क्या बतलाती है ? । Yogesh Mishra

राशियाँ क्या बतलाती हैं ? राशियोँ के गुणधर्म १ मेष(मंगल) पुरुष जाति, चरसंज्ञक, अग्नि तत्व, पूर्व दिशा की मालिक, मस्तक का बोध कराने वाली, पृष्ठोदय, उग्र प्रकृति, लाल-पीले वर्ण वाली, कान्तिहीन, क्षत्रियवर्ण, सभी समान अंग वाली और अल्पसन्तति है। यह…

जानिए । कालसर्प दोष से किस प्रकार की रूकावटें आती है और हानियाँ होती है । Yogesh Mishra

कालसर्प दोष से हानियां कालसर्प एक ऐसा योग है जो जातक के पूर्व जन्म के किसी जघन्य अपराध के दंड या शाप के फलस्वरूप उसकी जन्मकुंडली में परिलक्षित होता है। जिसके परिणाम स्वरूप जातक को अनेक प्रकार कि समस्याओं कासामना करना पडता है। जिस जातक की जन्मकुंडली में कालसर्प दोष होता है उसे विभिन्न दुख, कष्ट एवं परेशानीयों का सामना करना पडताहै।   जातकके भाग्योदय में अनेक प्रकार की रूकावटें आती है। जातककी प्रगति नहीं होती। जातकको प्रत्येक कार्य में असफलता मिलती है। जातकको जीविका चलाने का साधन नहीं मिलता यदि मिलता है तो उसे अनेक समस्याओं का सामना करना पडता है। जातकको पैतृक धन-संपप्ति से लाभ नहीं होता। जातकको शिक्षा में बाधा, स्मरण शक्ति का ह्नास होता है। उसकी शिक्षा प्रायः अधूरी रहती है। जातकका विवाह नहीं हो पाता। वैवाहिक संबंध टूट जाते है। जातकके घर संतान पैदा नहीं होती, यदि होती भी है तोे जीवित नहीं रहती। जातकके घर पुत्र संतान उत्पन्न नहीं होती या अनेक पुत्रियां होती है। जातककी संतान भी कुबुद्धि और उद्दंडी होती है। जातककी संतान वृद्धावस्था में अलग हो जाती है अथवा दूर चली जाती है। जातकका वैवाहिक जीवन कलहपूर्ण होता है। जातककी पत्नि अज्ञानी, मूर्ख, कामुक, अल्पज्ञ तथा अविश्वासी होती है। जातकअपने मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा के लिए निरंतर संघर्ष करता रहता है, फिर भी अपयश, आलोचना, उपेक्षा आदि से घिरा रहताहै।…

भारतीय ज्योतिष से जानिए , आप कितने धनवान होंगे ? Yogesh Mishra

क्या आप बनेंगे करोड़पति धन कमाना पुरुषार्थ का विषय है लेकिन उसका उपभोग करना प्रारब्ध का विषय है जन्मकुंडली में 12 (बारह) खाने होते हैं, जिन्हें ‘भाव’ कहा जाता है। इसमें पांचवें घर को फणकर, त्रिकोण तथा पंचम भाव कहा…

सदैव मंगल दोष के उपाय की जरूरत नहीं । जानिए मंगल दोष किन स्थितियों में स्वतः शांत हो जाता हैं । Yogesh Mishra

मंगल दोष किन स्थितियों में स्वतः शांत हो जाता हैं ९७% मांगलिक दोष स्वतः में भंग होते हैं, पर मंगल दोष किन स्थितियों में स्वतः शांत या कम हो जाता हैं। उनमें से कुछ निम्न हैं :- 1: दूसरी कुंडली…

राहु – केतु पर एक विशिष्ठ बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण शोध लेख । जरूर पढ़ें । Yogesh Mishra

राहु – केतु पर एक विशिष्ठ शोध लेख । राहु और केतु को ग्रह माना गया है लेकिन ये आकाश मंडल में दिखाई नहीं देते हैं। ये सूर्य, चंद्रमा व मंगल आदि ग्रहों की तरह दृश्यमान ग्रह नहीं हैं। दूसरे…

जानिए । रत्नों को धारण करने से संबंधित कौन-कौन सी गलत धारणाएं फैली हुई है । Yogesh Mishra

रत्नों धारण करने से संबंधित गलत धारणाएं दुनिया भर में लोगों के द्वारा रत्न धारण करने का प्रचलन बहुत पुराना है तथा प्राचीन समयों से ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोग इनके प्रभाव के बारे में जानने…

जानिए । ज्योतिष के अनुसार आपके लिए कौन सा व्यवसाय करना उचित रहेगा । Yogesh Mishra

आप कौन सा व्यवसाय करेंगे ? यदि लग्न सप्तम और दशम भाव का कार्येश हो तब जातक को कारोबार के द्वारा धनार्जन होता है। यदि षष्ठ और दशम का कार्येश हो तो नौकरी से धन, तृतीय भाव का कार्येश हो…

जानिए । कुंडली मे मंगल दोष से क्या-क्या हानियाँ होती है और रुकावटें आती है । Yogesh Mishra

मंगल दोष से हानियाँ जब मंगल कुंडली के 1, 4, 7, 8 या 12 वें स्थान पर हो तो यह एक मंगल दोष है और ऐसे जातक को मांगलिक कहा जाता है। हमारे समाज में मंगल दोष की उपस्थिति एक…